बाबा नीम करौली के कैंची धाम और नैनीताल के मां नैना देवी मंदिर में ड्रेस कोड जैसी व्यवस्था लागू हो गई है.
उत्तराखंड स्थित बद्रीकेदारनाथ धाम में भी आने वाले श्रद्धालुओं से निवेदन किया गया है कि मर्यादित कपड़े पहनकर दर्शन के लिए आएं तो बेहतर होगा.
दिल्ली में स्थित कालकाजी मंदिर एक बहुत प्रसिद्ध मंदिर है, जिसे पांडवों द्वारा बनवाया गया था. इस मंदिर में भी ड्रेस कोड लागू है.
हाथरस के दो मंदिरों केअलावा हापुड़ के खाटू श्याम मंदिर में भी मर्यादित कपड़े पहनकर आने का आह्वान किया गया.
दिल्ली से सटे गाजियाबाद के संजयनगर स्थित दक्षिणमुखी हनुमान मंदिर में भी ड्रेस कोड लागू है.
संभल के सिद्ध पीठ चामुंडा देवी मंदिर में ड्रेस कोड लागू किया जा चुका है.
यूपी के कासगंज की तीर्थ नगरी सोरों में वराह मंदिर का ड्रेस कोड सामने आया है.
इससे पहले वृंदावन के राधादामोदर मंदिर में भी गोस्वामियों ने पारंपरिक कपड़े पहनकर ही मंदिर में प्रवेश करने को कहा था.
वृंदावन-मथुरा मार्ग स्थित पागल बाबा मंदिर में आधुनिक कपड़े पहनने वाले श्रद्धालुओं को प्रवेश नहीं दिए जाने का फैसला हुआ है.