Dussehra 2023: रावण जब मारा गया तो कितनी थी उम्र?, हजार साल में काट देता था एक सिर

Zee News Desk
Oct 27, 2023

Dussehra 2023

नवरात्रि के बाद कल यानी मंगलवार को विजयदशमी मनाई जाएगी. इसी दिन भगवान राम ने रावण का वध किया था. तो आइये जानते हैं रावण को ब्रह्माजी ने कौन-कौन सा वरदान दिया था. साथ वह कितने साल जिया या उसका वध कितनी आयु में हुआ था?.

पुराणों के मुताबिक, त्रेतायुग के अंतिम चरण के आरंभ में रावण का जन्‍म हुआ था. रावण संहिता में भी यह उल्‍लेख किया गया है.

पुराणों के मुताबिक, रावण ने अपने भाइयों (कुम्भकर्ण और विभीषण) के साथ ब्रह्माजी की करीब 10 हजार वर्षों तक तपस्‍या की.

इस दौरान रावण हर एक हजार साल में अपने एक शीश की आहुत‍ि दे देता था.

जैसे ही 10वां शीश की आहुति देने चला तो ब्रह्माजी प्रकट हो गए और उन्‍होंने वर मांगने को कहा.

इस पर रावण ने ब्रह्माजी से वर मांगा कि उसे देव, दानव, दैत्य, राक्षस, गंधर्व, नाग, किन्नर, यक्ष इत्‍यादि कोई मार न पाए.

ब्रह्माजी ने कहा कि तथास्‍तु! लेकिन नर-वानर से खतरा हो सकता है ये याद रखना. इस पर रावण ने कहा कि इनसे डर नहीं है. ये मेरा आहार हैं.

रावण ने भगवान शिव की एक हजार साल तक शिव स्‍तुति भी की. भगवान शिव उस पर खुश हो गए थे.

माना जाता है कि इन वरदानों की वजह से ही रावण 40 हजार वर्ष तक जीवित रहा.

पुराणों के मुताबिक, 41वें हजार वर्ष में भगवान राम ने रावण का वध किया था.

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