इन दिनों हर तरफ 2000 रुपये के नोट की चर्चा देखने को मिल रही है. वहीं, बीते कुछ साल में ये नोट काफी कम नजर आ रहे हैं.
आपने गौर किया है एटीएम से भी अब 2000 रुपये की जगह 500 और 200 रुपये के नोट ज्यादा निकल रहे हैं.
तो क्या सरकार अब 2000 रुपये के नोटों को बाजार से हटाने का प्लान बना रही है. इसको लेकर संसद में मुद्दा उठा. सांसद संतोष कुमार ने वित्त मंत्री से इसको लेकर सवाल किए.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया कि आरबीआई की सालाना रिपोर्ट के मुताबिक मार्च 2017 के आखिर और मार्च 2022 के अंत तक 500 और 2000 रुपये के नोटों का कुल मूल्य 9.512 लाख करोड़ और 27.057 लाख करोड़ था.
वित्त मंत्री ने कहा- बैंकों को रिजर्व बैंक की तरफ से इस तरह का कोई भी निर्देश जारी नहीं किया गया है. बैंक की तरफ से ये खुद तय किया जाता है कि कौन से मूल्य का नोट उनको कब डालना है.
वित्त मंत्री ने बताया कि आरबीआई की वार्षिक रिपोर्ट के मुताबिक साल 2019-20 के बाद से 2000 रुपये के नोट की छपाई नहीं हुई है.