यूपी में कई ऐसी जगहें हैं, जो बेहद खूबसूरत हैं. इन्हें देखने के लिए लोग दूर से आते हैं, लेकिन कुछ ऐसी जगहें भी हैं. जिनके नाम भर सुनकर लोग हंसने लगते हैं.
यूपी की इन जगहों के नाम ऐसे हैं, जिन्हें पढ़कर आपको हंसी भी आएगी और सोचने पर मजबूर भी होंगे कि आखिर ये कैसा नाम है.
मथुरा जिले में बसा एक छोटा स्टेशन भैंसा है. इसका नाम सुनकर लोग हंस पड़ते हैं. यहां कुछ ट्रेनें रुकती हैं.
उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में एक छोटा सा स्टेशन बिल्ली जंक्शन है. बिल्ली जंक्शन नाम क्यों पड़ा? इसकी कोई जानकारी नहीं है.
उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जिले में मौजूद पनौती गांव भी अपने नाम के लिए फेमस हो चुका है. यहां रहने वाले लोग पनौती नहीं हैं. बस नाम ही ऐसा है.
यूपी के लोग गालियां देने के लिए बदनाम हैं. लेकिन यहां एक ऐसी जगह है, जहां का नाम लेते ही लगेगा कि आप किसी को गालियां दे रहे हैं. सूअर नाम की इस जगह पर जाने के लिए आप ऑटो ड्राइवर को कैसे मनाएंगे.
बावली बागपत और छतरी गांव मेरठ में पड़ता है. बावली का सीधा मतलब पश्चिम यूपी में पागल से होता है. यहां कोई किसी को ‘बावली के’ कहना गाली की तरह है लेकिन बावली गांव के लोगों को यही कहा जाता है.
लोलपुर गोंडा के नवाबगंज क्षेत्र का एक चर्चित गांव है. 1857 के संग्राम में एक खास रोल निभाने वाले इस गांव का नाम सोशल मीडिया की लैंग्वेज के आने के बाद अलग वजह से चर्चा में है.
उत्तर प्रदेश में सीना, खाता, नेक और मैल नाम के भी गांव है. इन सब गावों के लोगों को नए लोगों को परिचय में परेशानी तो जरूर आती होगी लेकिन क्या करें. गांव का नाम जो है सो है.