उत्तर प्रदेश की जनता को महाकुंभ 2025 से पहले एक बड़ी सौगात मिलने वाली है वाली है. 594 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेस-वे पर इस साल दिसंबर तक यातायात शुरू हो जाएगा.
देश का दूसरा सबसे लंबा एक्सप्रेस-वे उत्तर प्रदेश के 518 गांव से होकर गुजरेगा. गंगा एक्सप्रेस-वे 12 जिलों को सीधे जोड़ेगा. फिलहाल देश में सर्वाधिक एक्सप्रेस-वे वाला राज्य उत्तर प्रदेश है.
महाकुंभ से पहले मेरठ से प्रयागराज तक बनने वाला गंगा एक्सप्रेस-वे शुरू हो जाएगा. राज्य सरकार ने इसकी तैयारी तेज कर दी है.
इसके चालू होने से मेरठ से प्रयागराज तक का सफर बस 6 घंटे में पूरा हो सकेगा. अभी तक इस सफर में 10 से 12 घंटे का समय लगता है.
2025 महाकुंभ से पहले इस एक्सप्रेस-वे के तैयार होने से राजधानी दिल्ली और उत्तर प्रदेश के दूसरे हिस्सों से कुंभ में शामिल होने आने वाले लोगों को फायदा होगा.
एक्सप्रेस-वे पर कुल 1481 स्ट्रक्चर यानि छोटे बड़े पुल और आरओबी बनने का प्रस्ताव है. इसमें से 1085 स्ट्रक्चर का निर्माण करीब-करीब पूरा हो चुका है.
एक्सप्रेस-वे पर 9 जनसुविधा परिसरों का निर्माण किया जाएगा. मुख्य टोल प्लाजा (मेरठ और प्रयागराज) 2 स्थानों पर प्रस्तावित हैं, जबकि रैम्प टोल प्लाजा 15 स्थानों पर प्रस्तावित हैं.
एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य करने वाली कंपनी के मुताबिक स्ट्रक्चर बनाने में सबसे ज्यादा समय लगता है. ज्यादातर काम पूरा है इसलिए सड़क बनाने का काम 6 से 8 महीने में पूरा होने की उम्मीद है.
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे का निर्माण काम भी इस साल पूरा होने की उम्मीद है. यूपीडा के मुताबिक एक्सप्रेस-वे का ज्यादातर काम पूरा हो गया है. कुछ बड़े स्ट्रक्चर्स पर थोड़ा बहुत काम बचा है.
मेरठ,हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली,प्रतापगढ़ और प्रयागराज से गुजरेगा.