पिकनिक स्पाट के रूप में पार्वती-अरगा पक्षी विहार ने गोंडा को नई पहचान दिलाई है. वन डिस्ट्रिक्ट वन डेस्टिनेशन के रूप में इस स्थल का चयन किया गया है.
अगर आपको मंदिर जाने के मन हो तो आप गोंडा के दुखहरण नाथ मंदिर जा सकते हैं. बताया जाता है कि यहां पांडवों द्वारा अज्ञातवास के दौरान एक शिवलिंग की स्थापना की गई थी.
इस पार्क को खास बनाता है इसका इतिहास. यहां लगी गांधी जी की मूर्ति इटली में बनी थी. पहले इसे एडवर्ड पार्क के नाम से जाना जाता था. लेकिन देश की आजादी के बाद यहां का नाम गांधी पार्क रख दिया गया.
यह मंदिर वास्तुकला का सबसे अच्छा उदाहरण है. पृथ्वीनाथ को ‘लिंगम’ कहा जाता है जो मंदिर में स्थापित विश्व की सबसे ऊंची शिव लिंग है. इसे द्वापर युग में भीम द्वारा स्थापित किया गया था.
अगर आपको घूमने फिरने का खूब शौक है तो आप टिकरी रिजर्व फॉरेस्ट भी जा सकते हैं. यहां आपको कई तरह की पेड़-पौधों व जंगली जानवरों की प्रजाति देखने की मिलेंगी.
प्रेम की निशानी सगरा तालाब के बीचों-बीच स्थित काल्पनिक वृंदावन का ही एक हिस्सा राधा कुंड है. काल्पनिक वृंदावन के साथ-साथ राधा कुंड का निर्माण राजा की गायों को पानी पीने के लिए कराया गया था.
अतिप्राचीन व प्रसिद्ध शंकर मंदिर परसपुर रियासत के राजा टोला ग्राम में स्थित है. कस्बा से इसकी दूरी मात्र पांच सौ मीटर है. इस मंदिर में कर्नलगंज-बेलसर-नवाबगंज मार्ग से टैक्सी व निजी साधन से भी पहुंचा जा सकता है.
गोंडा में नंदिनीनगर के अखाड़े स्पोर्ट्स अथारिटी आफ इंडिया (साई) के मानक पर तैयार इस प्रशिक्षण केंद्र में यूपी,बिहार,हरियाणा,दिल्ली,झारखंड सहित अन्य राज्यों के 158 युवा कुश्ती के दांव-पेंच सीख रहे हैं.
पिकनिक स्पाट के रूप में पार्वती-अरगा पक्षी विहार ने गोंडा को नई पहचान दिलाई है. वन डिस्ट्रिक्ट वन डेस्टिनेशन के रूप में इस स्थल का चयन किया गया है.