भाटवास का एक तरह का झाड़ी है.
भटवास पहली ऐसी झाड़ी है. जिसका पूरा हिस्सा इस्तेमाल किया जाता है.
भटवास सिर्फ भारत, बांग्लादेश और म्यांमार में ही पाया जाता है.
डायबिटीज के मरीज के लिए भटवास किसी संजीवनी से कम नहीं है.
भटवास का इस्तेमाल डायरिया, पायरिया जैसी गंम्भीर बीमारी को ठीक करने के लिए किया जाता है.
भाट का इस्तेमाल आयुर्वेद में लंबे समय से किया जा रहा है.
हाल में हुए एक शोध की मानें तो भटवास के पौधे में एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लामेटरी, एंटी-डायबेटिक, एंटी-हाइपरटेंसिव और हाइपोग्लाइसेमिक गुण पाए जाते है.
भारत में इसका ज्यादातर इस्तेमाल सांप और बिच्छू काटने के इलाज में किया जाता है.
भाट शरीर के फ्री रेडिकल्स को खत्म करता है. जिससे सेल्स से ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस का खात्मा हो जाता है.
यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE UP/UK इसकी पुष्टि नहीं करता है.