सहजन को आयुर्वेद में बेहद लाभकारी माना जाता है. इसके सेवन से कई बीमारियों के इलाज में फायदा मिलता है.
सहजन को ड्रमस्टिक और मोंरिंगा के नाम से भी जाना जाता है. सहजन की फलियों को साबंर में डालने के लिए इस्तेमाल किया जाता है.
सहजन की पत्तियों से तैयार किए जाने वाले पाउडर को फूड सप्लीमेंट के रूप में भी प्रयोग किया जाता है.
ड्रमस्टिक में एंटी इंफ्लेमेटरी, एंटी फंगल और एंटी वायरल तत्वों की भरमार होती है. यह सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं.
साथ ही इसमें पोटैशियम, फास्फोरस, आयरन जैसे तमाम मिनरल्स भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं.
यह डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद होता है. इसमें मौजूद राइबोफ्लेविन ब्लड में शुगर को कंट्रोल करने में मदद कर सकता है.
सहजन साइटिका और गठिया के मरीजों के लिए रामबाण इलाज माना जाता है.
जोड़ों के दर्द से राहत पाने के लिए सहजन के पेड़ की छाल के पाउडर का सेवन करना लाभकारी हो सकता है.
शरीर के बढ़ते वजन को कम करने के लिए भी सहजन का इस्तेमाल किया जा सकता है.
ड्रमस्टिक में पाया जाने वाला क्लोरोजेनिक एसिड वजन कम करने में मदद करता है.