हिंदु धर्म में नवरात्रि पर मां दुर्गा की पूजा के साथ-साथ नौ दिन के व्रत का बहुत महत्व होता है. व्रत का धार्मिक महत्व होने के साथ-साथ वैज्ञानिक महत्व भी है.
डायबिटीज के मरीजों के लिए व्रत-उपवास करना आसान नहीं है. शुगर के मरीजों को भूखा रहना और उपवास के दौरान तली-भुनी चीजें खाना नुकसानदायक है. व्रत रखने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें.
अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं और व्रत रख रहे हैं तो आपको अपनी डाइट और लाइफस्टाइल दोनों को ही बैलेंस रखना होगा. आइए जानते हैं किन बातों का ख्याल रखकर आप व्रत पूरे कर सकते हैं.
व्रत के दौरान ज्यादा से ज्यादा पानी पीएं. पानी पीने से शरीर हाइड्रेटेड रहेगा और सेहत भी बनी रहेगी. व्रत के दौरान छाछ, नारियल पानी पीएं. ये सेहत के लिए अच्छी रहेगा.
अगर आपको शुगर है तो नवरात्रि के व्रत में ज्यादा देर तक भूखे न रहें. थोड़े-थोड़े समय के अंतराल में कुछ न कुछ खाते रहें.
नवरात्रि व्रत के दौरान डायबिटीज के पेशेंट वीकनेस होने पर चाय और कॉफी पीने से बचें. कमजोरी महसूस होते ही ऐसी चीजें खाएं जो ब्लड शुगर के लेवल को नॉर्मल बनाए रखने में मददगार हो.
व्रत के दौरान डायबिटीज के मरीज ऐसी चीजों का सेवन करने से बचें, जिसमें स्टार्च की मात्रा अधिक हो. आप मखाना, कद्दू का रायता, खीरे का रायता , भुनी हुई मूंगफली, पनीर, सिंघारा, खा सकते हैं.
इंसुलिन ले रहे शुगर के रोगियों को लो ब्लड-ग्लूकोज लेवल फील हो सकता है. हालांकि, व्रत खोलने के बाद इनके ओवरईटिंग की संभावना ज्यादा रहती है. बल्ड ग्लूकोज के लेवल को कंट्रोल करने के लिए ये ज्यादा न खाएं.
व्रत रखते समय डायबिटीज के मरीज अपना ब्लड शुगर लेवल समय-समय पर चेक करते रहना चाहिए.
यह सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. Zeeupuk इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.