भारत में लड्डू खाना हर उम्र के लोग पसंद करते हैं. भारत की पुरानी मिठाइयों में लड्डू का नाम जरूर आता है.
‘लड्डू’ शब्द का मतलब छोटी गेंद होता है जो पुरानी भाषा से निकलकर आया है. (History Of Laddu In Hindi)
रामायण से लेकर महाभारत में में लड्डुओं का जिक्र आता है. हालांकि उन्हें ‘मोदक’ के रूप में जिक्र आता रहा है.
लड्डू की कहानी अति रोचक है. ईसा पूर्व चौथी शताब्दी में इसे बनाया गया जब सुश्रुत नामक एक चतुर चिकित्सक ने इसे औषधि यानी दवाई के रूप में बनाया.
उस समय गुड़, शहद, मूंगफली के साथ तिल जैसी कई औषधि संबंधी पदार्थों को मिलाकर, उसे कुचकर और फिर गोल गोलकर लड्डू बनाए जाते थे.
बीमार लोगों को औषधि के रूप में बेहतर महसूस कराने के लिए लड्डू देते थे जैसे कि यह एक दवाई हो.
चोल राजवंश में सैनिक ऐसा मानते थे कि लड्डू उनके लिए सौभाग्य ले आते हैं, ऐसे में युद्ध लड़ने जाते तो साथ लड्डू लेकर जाते.
पहले तो गुड़ से लड्डू बनाए जाते थे पर बाद में चीनी का इस्तेमाल होने लगा और समय के साथ इसका रूप मिठाई के रूप में बदल गया.
भारत के मशहूर लड्डू- बेसन के लड्डू, मोतीचूर लड्डू, तिल के लड्डू, पिन्नी लड्डू, नारियल का लड्डू