हम सभी जानते हैं कि गंगा नदी भारत में पौराणिक काल से ही पवित्र मानी गई है.
मान्यता है कि हिन्दू धर्म में जन्म और मौत के वक्त मनुष्य के मुंह में गंगाजल डाला जाता है क्योंकि यह कोई साधारण पानी नहीं बल्कि चमत्कारी पानी है!
गंगाजल के तमाम चमत्कारों में एक चमत्कार यह भी विख्यात है कि गंगाजल में कभी कीड़े नहीं पड़ते, मगर इस बात में कितनी सच्चाई है?
दरअसल पूरे भारत में अपनी पवित्रता के लिए विख्यात मां गंगा का उद्गम हिमालय पर्वत से होता है.
साधु महात्माओं के अनुसार, हिमालय पर्वत पर कई जीवनदायी जड़ी बूटियां मौजूद हैं. जिस कारण लक्ष्मण जी के मूर्छित होने पर हनुमान जी पूरा हिमालय ही उठा लाए थे.
मां गंगा का उद्गम हिमालय पर्वत से होने के कारण नदी में भी वो तमाम गुण शामिल हो जाते हैं, जिनसे गंगाजल की पवित्रता और भी ज्यादा बढ़ जाती है.
वैज्ञानिकों के अनुसार, गंगाजल में बैक्टीरियोफेज वायरस मौजूद होता है.
इस वायरस के कारण नदी में खतरनाक बैक्टीरिया मर जाते हैं. यही वजह है कि गंगाजल में कीड़े नहीं पड़ते हैं.