सोना खरीदने से पहले यह जानना जरूरी है कि सोना असली है या नकली. देश के कई शहरों में अब हॉलमार्किंग जरूरी है. यानी आप हॉलमार्क वाला गोल्ड खरीदेंगे तो इसका मतलब है कि आपको खरा सोना मिलेगा.
भारत सरकार ने देश के लगभग 256 जिलों में कम से कम एक परख और हॉलमार्क केंद्र के साथ हॉलमार्क वाले सोने के गहने बेचना जरूरी किया है. एक सामान्य नियम के रूप में, 3 हॉलमार्क संकेत होते हैं.
हॉलमार्क से असली सोने को पहचानना सबसे आसान है. भारत में BIS संस्था ग्राहकों को बेचे जा रहे आभूषण की गुणवत्ता स्तर की जांच करती है. इसलिए BIS हॉलमार्क देखकर ही सोना खरीदें.
सोने की कीमत उसके कैरेट के हिसाब से होती है और जितने ज्यादा कैरेट का सोना होगा, उतना ही महंगा होगा. इसलिए कैरेट देखकर उसकी कीमत की जानकारी रखें.
हॉलमार्किंग शुद्धता की गारंटी है. लेकिन, फिर भी अगर कोई ज्वेलर आपको धोखा दे रहा हो तो उसकी पहचान आप खुद कर सकते हैं. बस आपको इन नीचे दिए गए तथ्यों पर अमल करना है.
कई ज्वेलर गलत हॉलमार्क का निशान भी लगाते हैं. ध्यान देना चाहिए कि हॉलमार्क ओरिजनल है या नहीं? असली हॉलमार्क पर भारतीय मानक ब्यूरो का तिकोना निशान होता है और उस पर हॉलमार्किंग सेंटर के लोगो के साथ सोने की प्यूरिटी भी लिखी होती है.
सोने के गहनों पर दो मुख्य प्रकार के हॉलमार्क इंगित होते हैं: स्टैम्प और लेजर. आइए जानते हैं. सोने का कोई भी आभूषण खरीदते समय यह जांचना जरूरी है कि आपका उत्पाद बीआईएस द्वारा हॉलमार्क किया गया है.
गोल्ड की प्यूरिटी को सत्यापित करने के लिए बीआईएस हॉलमार्क में तीन प्रतीक होते हैं. पहला प्रतीक BIS लोगो है, दूसरा प्रतीक शुद्धता और सुंदरता के लिए है,तीसरा प्रतीक 6 अंकों का अल्फ़ान्यूमेरिक कोड है. सोने की कोई भी वस्तु खरीदने से पहले आपको तीनों चिन्हों की जांच कर लेनी चाहिए.
छह अंकों का alphanumeric codeआखिरी प्रतीक है जिसे आपको सोने के गहने खरीदने से पहले जांचना होगा. यह कोड प्रत्येक आभूषण वस्तु के लिए अद्वितीय है.
ग्राहकों को हॉलमार्क वाले सोने के आभूषणों की प्रामाणिकता की जांच करने के लिए हमेशा घटकों की जांच करनी चाहिए. जौहरी के निशान या पहचान संख्या पर नजर रखें. बीआईएस चिह्न , गोल्ड कैरेट (22K915) की जांच करना.
हॉलमार्क सोने के आभूषण ग्राहकों के बीच भरोसे को दर्शाते हैं. आप उस सोने के आभूषण को देश में कहीं भी बेचते है तो सही पैसे मिल जाएंगे. दूसरी ओर, यदि बिना हॉलमार्क वाले ज्वेलरी बेचते समय सही पैसे नहीं मिलते हैं.