Chanakya Niti: पति-पत्नी के बीच किस चीज पर शर्म संकोच ठीक नहीं? चाणक्य नीति ने खोले गहरे राज

Pooja Singh
Aug 11, 2024

एक दूसरे का सहारा

ऐसा माना जाता है कि पति-पत्नी एक दूसरे का सहारा होते हैं और दोनों को जीवन में तालमेल बैठाकर चलना पड़ता है.

सुखी दांपत्य जीवन

जैसे पत्नी की सुरक्षा पति का कर्तव्य है वैसे ही जब पति परेशान हो तो उसकी जरुरत का ख्याल रखना पत्नी की जिम्मेदारी है.

एक दूसरे पर अधिकार

कहते हैं पति-पत्नी का एक दूसरे पर अधिकार होता है. पति परेशान या दुखी हो तो प्रेम के सहारे उसे खुशियां देना पत्नी का कर्तव्य है.

बेहिसाब प्यार लुटाएं

चाणक्य के मुताबिक, पत्नी बेहिसाब प्यार लुटाएं. इससे रिश्तों में कभी खटास नहीं आएगी और एक-दूसरे का साथ हमेशा बना रहेगा.

चाणक्य का मंत्र

चाणक्य नीति के मुताबिक, पति और पत्नी को एक दूसरे के प्रति प्रेम, त्याग, समर्पण में कभी शर्म नहीं करना चाहिए.

रिश्ते में मनमुटाव

आचार्य चाणक्य के मुताबिक, ऐसा करना दोनों के बीच मनमुटाव पैदा करता है और रिश्ता धीरे-धीरे खोखला होता जाता है.

भरोसा और विश्वास

आचार्य चाणक्य के मुताबिक, वैवाहिक जीवन की गाड़ी तभी आगे बढ़ती है जब इसमें एक दूसरे पर भरोसा और विश्वास बना रहे.

ईमानदार व्यक्ति

ईमानदार व्यक्ति अपने जीवनसाथी के इत्तर कभी किसी और से प्रेम की लालसा नहीं रखता. ऐसे में पत्नि अपने प्यार में कभी कमी न लाए.

क्यों छिपाती है बात?

पत्नी अपनी कुछ बातें पति से छिपाती है. जैसे अपनी गंभीर बीमारी, परिवार के भेद. इसके पीछे स्त्रियों का उद्देश्य है कि वो पति को परेशान नहीं करना चाहती.

कैसे करें पहचान?

आचार्य चाणक्य के मुताबिक, जीवनसाथी का चुनाव उसकी बाहरी सुंदरता देखकर ना करें. हमेशा व्यक्ति को गुणों पर परखें.

संस्कारवान महिला

आचार्य चाणक्य के मुताबिक. एक संस्कारवान महिला न सिर्फ पति के जीवन में खुशियां लाती है बल्कि उसके होने से कई पीढ़ियों का उद्धार होता है.

Disclaimer

यहां दी गई जानकारियां लोक मान्यताओं/ चाणक्य नीति पर आधारित हैं. इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है. Zeeupuk इसकी किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है.

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