किंजल सिंह का जन्म 5 जनवरी 1982 को उत्तर प्रदेश के बलिया में हुआ था. वह केवल दो साल की थी जब उनके पिता का निधन हो गया था. उनके पिता केपी सिंह डिप्टी सुपरिंटेंडेंट ऑफ पुलिस के पद पर काम करते थे
12वीं की पढ़ाई पूरी होने के बाद किंजल सिंह ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के लेडी श्री राम कॉलेज में एडमिशन लिया था. ग्रेजुएशन के पहले सेमेस्टर की पढ़ाई को दौरान उन्हे उनकी मां के कैंसर के बारे में पता चला था.
जिस साल किंजल सिंह की मां की मृत्यु हुई उसी साल उन्होने अपने कॉलेज में टॉप किया गया था.
ग्रेजुएशन में टॉप करने के बाद साल 2008 में किंजल ने यूपीएससी में 25वीं रैंक हासिल की थी. जबकि उनकी बहन प्रांजल ने 252वीं रैंक के साथ यूपीएससी की परीक्षा पास की थी.
दोनों बहनों ने यूपीएससी परीक्षा पास कर अपनी मां का सपना पूरा कर दिखाया. किंजल सिंह आईएएस अफसर बन गई और उनकी बहन का चयन आईआरएस में हो गया.
किंजल के पिता केपी सिंह डिप्टी सुपरिंटेंडेंट ऑफ पुलिस के पद पर काम करते थे.उनके सहयोगियों ने उत्तर प्रदेश के गोंडा में एक फर्जी मुठभेड़ में उनकी हत्या कर दी थी.
सरकारी अफसर बनने के बाद किंजल सिंह ने अपने पिता को न्याय दिलाया था. आखिरकार 31 साल बाद 5 जून 2013 में डीएसपी केपी सिंह की हत्या में 18 पुलिसकर्मियों को दोषी ठहराते हुए सजा सुनाई गई.
आईएएस किंजल सिंह इस साल उत्तर प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा विभाग का डीजी नियुक्त किया गया है.
किंजल सिंह ने इंटरव्यू में कहा कि मुझे अपने माता-पिता पर गर्व है. मेरे पिता हमेशा से एक ईमानदार अधिकारी थे और मेरी मां ने ना होते हुए भी पिता की भूमिका बखूबी निभाई थी.