किंजल सिंह साल 2008 बैच की आईएएस अधिकारी है, उन्हें उत्तर प्रदेश कैडर मिला था.
किंजल के पिता केपी सिंह पुलिस सेवा में थे. गोंडा में तैनाती के दौरान उनकी हत्या कर दी गई थी.
5 जनवरी 1982 को यूपी के बलिया में जन्मी किंजल पांच साल की उम्र में अनाथ हो गई थीं.
जिस वर्ष किंजल ने डीयू के श्री राम कॉलेज में एडमिशन लिया उसी वर्ष उनकी मां का भी निधन हो गया.
मां के निधन के बावजूद उन्होंने किसी तरह खुद को संभाला और कॉलेज में टॉप किया.
मां के गुजरने के बाद किंजल ने छोटी बहन को दिल्ली बुला लिया और यूपीएससी की तैयारी शुरू की.
2008 में दूसरे प्रयास में किंजल ने यूपीएससी की परीक्षा पास की और आईएएस अधिकारी बनीं.
सालों तक कानूनी लड़ाई लड़ने के बाद 2013 में किंजल ने अपने पिता की हत्या के 18 दोषियों को सजा दिलाई.
लखीमपुर खीरी की डीएम रहते हुए किंजल पर दुधवा टाइगर रिजर्व में शराब पार्टी और तेज रफ्तार में गाड़ी चलाने का आरोप लगा था.
किंजल बहुत तेज तर्रार आईएएस अधिकारी हैं. सीतापुर में निरीक्षण के दौरान उन्होंने जिला निर्वाचन अधिकारी की क्लास लगा दी थी.