नेहा शर्मा जिस भी जिले में रहती हैं, वहां कार्यालयों औचक निरीक्षण कर सुस्त और लेटलतीफ अफसरों की क्लास लगाना नहीं भूलतीं.
मूलत: छत्तीसगढ़ की रहने वाली आईएएस नेहा शर्मा की उस वक्त प्रशंसा हुई, जब बेटी को गोद में लेकर उन्होंने प्रशासनिक जिम्मेदारी निभाई.
पर्यावरण प्रेमी नेहा शर्मा ने पेड़ों की कटाई के खिलाफ कई बार अभियान चलाकर वन तस्करों पर शिकंजा कसा है.
आईएएस नेहा शर्मा ने कोरोना काल के दौरान वॉटर योगा करके सबका ध्यान अपनी ओर खींचा था.
कानपुर में 2012 में दंगा भड़कने के दौरान नेहा शर्मा को जिला से हटाया गया था, वो 130 दिनों तक कानपुर में रहीं.
नेहा शर्मा 2010 बैच की यूपी कैडर की आईएएस हैं. उन्हें साल 2012 में बागपत का एसडीएम बनाया गया था.
नेहा शर्मा के पति भी सिविल सेवक हैं. उनके पति आईआरएस दर्पण मेरठ में कस्टम विभाग में तैनात हैं.
नेहा शर्मा की 3 साल की बेटी पोयम है. कई बार वो अपनी बेटी को लेकर औचक निरीक्षण पर चली जाती थीं.
घर में मां और पिता के डॉक्टर थे, लेकिन दिल्ली के मिरांडा हाउस से स्नातक और दिल्ली कॉलेज ऑफ इकोनॉमिक्स से पोस्ट ग्रेजुएशन किया था.
नेहा शर्मा 2010 बैच की उत्तर प्रदेश काडर की आईएएस अधिकारी हैं. उन्हे साल 2012 में बागपत का एसडीएम बनाया गया था.