आईसीएमआर की गाइडलाइन के अनुसार खाने के जरूरी न्यूट्रिशन प्री कुकिंग मेथड से बने रहते हैं.
उदाहरण के लिए दालें और अनाज को पकाने से अगर पानी में थोड़ी देर तक भिगो दें तो उसके फाइटिक एसिड कम हो जाते हैं. जो कि इन दालों और आनाज के जरूरी मिनरल्स को सोखने से रोकते हैं.
कुछ देर के लिए अगर सब्जियों को पकाने से पहले गर्म पानी में भिगोएं तो इनके माइक्रोबियल कम हो जाएंगे. इससे ये भी होगा कि सब्जियों पर लगे पेस्टिसाइड्स व प्रिजर्विंग कलर हटेंगे.
खाने को अगर पहले उबालें या भाप में पकाएं तो पानी में घुलने वाले विटामिन नष्ट नहीं होंगे और मिनरल भी नहीं खत्म होंगे. भूनने से बचा जा सकता है.
प्रेशर कूकर में अगर भोजन बना रहे हैं तो इसका फायदा है कि जरूरी न्यूट्रिएंट्स खाने में ही रह जाते हैं और समय भी बचता है.
खाना भूनने से इसमें फैट तत्व बढ़ जाता है और ऐसा खाना ज्यादा मात्रा में खाने से कॉर्डियवस्कुलर हेल्थ को हानि पहुंच सकता है.
सबसे हानिकारक केमिकल खाना रोस्ट या ग्रिल करने से मिलते हैं. अगर खाना ठीक से नहीं पका तो इसमें पॉलीसिलिक एरोमेटिक हाइड्रोकार्बंस के साथ ही एंडवांस ग्लाइकेशन इंड प्रोडक्ट्स खाने में बने रह जाते हैं.
खाना पकाने से पहले इसे भिगोएं या सब्जियों को ब्लांच करें तो कम समय में खाना पकेगा. ऊर्जा बचेगी. जरूरी न्यूट्रिएंट्स भी पर्याप्त मात्रा में बचे रहेंगे.