भारतीय टीम के दिग्गज बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण ने 100 से भी ज़्यादा टेस्ट मैच खेले और 8 हजार से ज्यादा रन बनाए लेकिन उनको टीम इंडिया की वर्ल्ड कप टीम मे कभी जगह नहीं मिली.
स्विंग करती गेंद से विरोधियों को पस्त करने वाले इशांत को भी वर्ल्ड कप मैच खेलना नसीब नहीं हुआ. इशांत के खाते में भारत के लिए टेस्ट में 300 से ज्यादा विकेट हैं.
एमएस धोनी के पहले डेब्यू करने वाले पार्थिक पटेल भी वर्ल्ड कप खेलने का मौका नहीं मिला.
भारत के स्टार ऑलराउंडर इरफान पठान भी इस लिस्ट में शामिल हैं. उनको भी वर्ल्डकप में खेलने का मौका नहीं मिला.
टेस्ट में 7000 से भी ज्यादा रन बनाने वाले पुजारा कभी भी वर्ल्ड कप टूर्नामेंट में जगह नहीं बना पाए.
इन स्विंग से बल्लेबाजों में खौफ पैदा करने वाले आरपी सिंह का भी चयन वर्ल्डकप में नहीं हो सका.
लेंग ब्रेक से दिग्गज बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखाने वाले अमित मिश्रा का डेब्यू 2003 में हुआ था. लेकिन वह कभी टीम में जगह पक्की नहीं कर पाए.
भारत के इस गेंदबाज की गेंद हवा में लहराती थीं, लेकिन फिटनेस और चोट के चलते वह वर्ल्ड कप नहीं खेल पाए.
घरेलू क्रिकेट में वसीम जाफर के आंकड़े लाजबाव हैं, लेकिन टीम इंडिया में वह अपनी जगह पक्की करने में कामयाब नहीं हो सके.