बाहर अगर गोलगप्पे खा रहे हैं तो हाइजीन का ध्यान रखें. गोलगप्पे वहीं खाएं जहां पर साफ सफाई पर पूरा ध्यान दिया जाता हो. खाने के सामन ढके हों. ग्लव्स पहकर ही गोलगप्पे खिलाएं जाएं.
घर के बने गोलगप्पे और उसके पानी से पेट संबंधी परेशानी दूर होती है. इसमें डाला गया हरा धनिया यूरीन की समस्या से निजात दिला सकता है. वहीं हींग, एंटी-फ्लैटुलेंस गुणों से पीरियड्स के दर्द और पेट की गड़बड़ी से बच सकते हैं.
गोलगप्पे में प्रोटीन से भरे उबले हुए चने के होने से इनमें कैलोरी की मात्रा बहुत कम हो जाती है. ऐसे में मोटापा घटाने में यह मददगार साबित होता है. गोलगप्पे में होल वीट के आटे और दही का होना लाभकारी होता है.
कई बार एसिडिटी की परेशानी होने पर गोलगप्पे का जलजीरे पानी मददगार होता है. इस पानी में अदरक, जीरा, पुदीना व काला नमक मिला होता है. इसके साथ ही धनिया भी होता है. ये सभी एसिडिटी की परेशानी दूर करते हैं.
जी मचलाने की शिकायत होने पर गोलगप्पे खा लिए जाएं तो अच्छा महसूस होता है. सफर के दौरान ऐसा होता है कि जी खराब होने लगता है ऐसे में 4-5 गोलगप्पे खा लें तो मुंह का जायका बदलते ही परेशानी दूर हो जाती है.
मूड खराब हो या चिड़चिड़ापन हो तो आप गोलगप्पा खा लें, अच्छा महसूस होगा. गर्मी और चिलचिलाती धूप में अगर गोलगप्पे खाएं तो आराम मिलेगा. खुद को रिफ्रेश करने का यह अच्छा तरीका है.
जलजीरा पानी में जो जीरा मिक्स होता है उससे मुंह के दुर्गंध को दूर किया जा सकता है. पानी में जीरा, हींग होता है वहीं पुदीना में एंटीऑक्सीडेंट और फाइटोन्यूट्रिएंट प्रचूर मात्रा में होता है जिससे पाचन क्रिया ठीक रहती है.
डायबिटीज के मरीजों को अपने खानपान का ध्यान रखना चाहिए. गोलगप्पा कम कार्ब वाला खाद्य सामग्री है ऐसे में डायबिटीज के रोगियों के लिए यह अच्छा साबित होता है. हालांकि इस बारे में डॉक्टर से कंसल्ट कर लें.
मुंह में अगर छाले हों तो ऐसे समय में गोलगप्पे का पानी फायदेमंद साबित होता है. गोलगप्पे के लिए बनाए जाने वाले पानी में जो पुदीना डाला जाता है वो इन छालों को ठीक करने में कारगर साबित होता है.
गोलगप्पे मैंगनीज, पोटैशियम, मैग्नीशियम और फोलेट से युक्त होता है. जिंक और विटामिन ए, बी-6, बी-12, सी व डी भी इसमें होते हैं ऐसे में सेहत के लिए यह बहुत लाभकारी साबित होता है.