तृप्ति भट्ट 2013 बैच की उत्तराखंड कैडर की आईपीएस अधिकारी हैं. वह 6 नौकरी छोड़कर पुलिस अफसर बनीं.
आईपीएस तृप्ति भट्ट ने कोरोना महामारी के दौरान कई हजार लोगों को घर पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.
आईपीएस तृप्ति भट्ट को उत्कृष्ट सामाजिक कार्यों के लिए साल 2020 के प्रतिष्ठित स्कॉच अवार्ड से सम्मानित किया गया था.
उत्तराखंड के अल्मोड़ा में जन्मी तृप्ति भट्ट चार भाई-बहनों में सबसे बड़ी हैं.
केंद्रीय विद्यालय से 12वीं करने के बाद आईपीएस तृप्ति भट्ट ने पंतनगर विश्वविद्यालय से बीटेक की डिग्री हासिल की.
तृप्ति ने ISRO समेत छह सरकारी नौकरियों की परीक्षाएं पास की और कई मल्टीनेशनल कंपनियों से जॉब ऑफर प्राप्त किए.
सिविल सेवा की ओर रुझान होने के कारण के सभी नौकरियों के ऑफर छोड़कर तृप्ति ने यूपीएससी की तैयारी शुरू की.
2013 में तृप्ति ने यूपीएससी की परीक्षा में 165वीं रैंक हासिल की और आईपीएस अधिकारी बनीं.
आईपीएस तृप्ति भट्ट नेशनल लेवल पर 16 और 14 किमी मैराथन और स्टेट लेवल बैडमिंटन प्रतियोगिताओं में स्वर्ण पदक जीत चुकी हैं.
आईपीएस तृप्ति भट्ट ताइक्वांडो और कराटे में भी पारंगत है.