देवरहा बाबा आश्रम देवरिया के मइल गांव में सरयू नदी के किनारे स्थित है.
देवरहा बाबा ने 19 जून 1990 में वृंदावन में समाधि ली थी. वह जनकल्याण के लिए काम करते थे.
यह भवन देवरिया के लाल शहीद रामचंद्र विद्यार्थी को समर्पित है.
रामचंद्र विद्यार्थी महज 13 साल की उम्र में देश की आजादी के लिए शहीद हो गए थे.
देवरिया में स्थित वाटर पार्क चारो तरफ हरियाली से घिरा हुआ है. दूर-दूर से लोग यहां छुट्टियां मनाने आते हैं.
देवरिया जिला मुख्यालय से 11 किमी दूरी पर स्थित यह मंदिर नवरात्रि में भक्तों के लिए आस्था को केंद्र होता है.
बताया जाता है कि अंग्रेजी हूकूमत को भी मां दुर्गा की शक्ति के आगो सिर झुकाना पड़ा था.
देवरिया का हनुमान मंदिर देवताओं के सिद्ध स्थानों में से एक है.
यह मंदिर बड़े तालाब से घिरा हुआ है, जिसमें विभिन्न प्रकार की मछलियां पाई जाती हैं.
देवरही माता मंदिर लगभग 200 साल पुराना बताया जाता है. यह देविरया के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है.
ऐसा कहा जाता है कि देवरिया जिले का नाम देवरही माता मंदिर के नाम पर भी रखा गया था.