दरअसल, सीएम योगी गोरखपुर से चुनाव लड़ रहे थे, तभी आजाद समाज पार्टी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने आईपीएस विपिन को हटाने के लिए चुनाव आयोग को पत्र लिखा था. चंद्रशेखर ने इसके पीछे तर्क दिया था कि चुनाव प्रभावित हो सकता है.
आईपीएस विपिन मूल रूप से जोधपुर के राजस्थान के रहने वाले हैं. वह साल 2012 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं. विपिन ने MBBS की पढ़ाई की है.
आईपीएस विपिन के पिता मच्छी राम पेशे से वकील हैं. इसके अलावा वह मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर और पूर्व मंत्री सतपाल सिंह के दामाद भी हैं.
विपिन के सातवीं कक्षा में अच्छे नंबर आए तो परिजनों ने आठवीं और नवमीं क्लास के बजाय दसवीं दाखिला करवा दिया. इसमें उनके मात्र 56 प्रतिशत अंक आए. इसके बाद इंटर में 62 फीसदी अंक प्राप्त हुए.
विपिन डॉक्टर बनना चाहते थे. उन्होंने इंटर के बाद एक साल कोचिंग की. पहले प्रयास में 2002 में एमबीबीएस के लिए सलेक्ट हो गए.
इसके बाद विपिन राजस्थान के एक गांव में सरकारी अस्पताल में चिकित्साधिकारी बन गए. वहां आठ महीने तक रहे.
आईपीएस विपिन स्पोर्ट्स में भी काफी दिलचस्पी रखते हैं. उन्हें साइकिलिंग का बहुत शौक है.
यूपी के रामपुर में पुलिस अधीक्षक रहने के दौरान विपिन का शहर की गलियों में साइकिल से गश्त करना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भा गया था. उन्होंने विपिन की तारीफ की थी.