वाराणसी में काशी विश्वनाथ कॉरिडोर बनने के बाद भक्तों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. भक्तों की संख्या के साथ यहां चढ़ावे का रिकॉर्ड भी टूट गया है. काशी विश्वनाथ कॉरिडोर बनने के इतना चढ़ावा आया कि खजाना भर गया.
काशी विश्वनाथ मंदिर में साल के अंतिम दिन 31 मार्च को 636975 श्रद्धालु मंदिर पहुंचे.
यह संख्या 2023 के सावन के रिकार्ड को पीछे छोड़ते हुए नया रिकार्ड बना गई.
कॉरिडोर निर्माण के सवा दो साल बाद करीब 16 करोड़ भक्तों ने बाबा का दर्शन पूजन कर आशीर्वाद लिया है.
भक्तों ने दिल खोलकर बाबा को दान भी दिया है. कॉरिडोर बनने के बाद मंदिर ट्रस्ट की आय में 200 फीसदी की बढ़ोतरी हुई.
आंकड़ों के अनुसार, साल 2022 में 7 करोड़ 11 लाख से अधिक भक्त बाबा के धाम पहुंचे .
वहीं, साल 2023 में भक्तों की यह संख्या 5 करोड़ 73 लाख से अधिक रही .
इसके अलावा साल 2024 में अभी तक करीब 3 करोड़ भक्त यहां दर्शन कर चुके हैं.
बता दें कि 13 दिसंबर 2021 को पीएम मोदी ने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का उद्घाटन किया था.
उद्घाटन के बाद काशी के पर्यटन में दिन प्रतिदिन बढ़ोतरी होने लगा.
काशी विश्वनाथ कॉरिडोर से वाराणसी के होटल, परिवहन, खानपान, हस्तशिल्प व्यवसाय को बढ़ावा मिला है.
काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्वभूषण मिश्रा ने बताया कि काशी विश्वनाथ धाम में न सिर्फ रिकॉर्ड तोड़ भक्त दर्शन के लिए आ रहे हैं बल्कि वो दिल खोलकर बाबा को दान भी दे रहे हैं.
कॉरिडोर बनने के बाद से अब तक 58 करोड़ 51 लाख से ज्यादा का चढ़ावा बाबा को चढ़ाया गया है.
पिछले तीन दिनों में छुट्टी होने के कारण करीब 19 लाख श्रद्धालुओं ने बाबा के दरबार में हाजिरी लगाई है.