उत्तर प्रदेश के काशी विश्वनाथ मंदिर ने खुद का ही रिकॉर्ड तोड़ा दिया है.
इतनी भीषण गर्मी में भी यहाँ प्रति लगभग दो लाख श्रद्धालु दर्शन कर रहे हैं, पहले यह दस हजार से भी कम थी.
मंदिर के धन में इस साल वित्तिय वर्ष 42 प्रतिशत से ज्यादा का इजाफा हुआ है. इससे पुराने रिकॉर्ड टूट गए हैं.
इस साल यहां 13 करोड़ से अधिक श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैंऔर मंदिर की कुल आय 83.34 करोड़ रही..
व्यय में 40.38 फीसदी की वृद्धि के साथ कुल व्यय 25.32 करोड़ रुपये रहा है.
पिछले वर्ष 2022 -2023 वित्तीय वर्ष में काशी विश्वनाथ मंदिर में लगभग 58 करोड़ की धनवर्षा हुई थी.
मंदिर में धन बढ़ोतरी मुख्यतः मंदिर न्यास द्वारा प्रारंभ की गई नवीन कल्याणकारी योजनाओं के कारण हुई है.
यह योजनाएं हैं संस्कृत विद्यार्थियों को वस्त्र, पुस्तक, वाद्य यंत्र वितरण, शीत ऋतु में कंबल, वस्त्र वितरण, अन्न सेवा और सेमीनार आयोजन.
काशी के बदलते स्वरूप और भोलेनाथ की आस्था के चलते वाराणसी के पर्यटन उद्योग में जबरदस्त उछाल आया है.
इस बदलाव से परिवहन, हस्तशिल्प कला, पूजन सामग्री, नाविक और घाट से जुड़े व्यवसाय के लोगों के जीवन स्तर में काफी बदलाव आ रहा है.