9 अप्रैल से चैत्र नवरात्रि के साथ नव विक्रम संवत्सर-2081 की शुरुआत हो रही है. यह साल कई मायनों में खास रहेगा.
चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि 8 अप्रैल रात 11:52 बजे से 9 अप्रैल रात 8:33 बजे तक रहेगी.
नए साल का स्वागत पंचांग का पूजन कर निवास स्थानों पर ध्वजा और बंदनवार लगाकर करना चाहिए.
विक्रम संवत का नाम भी तय हो गया है. इस बार के वर्ष का नाम पिंगल होगा.
हिन्दू नववर्ष में ग्रह मंडल के राजा का दर्जा मंगल ग्रह को और मंत्री का दर्जा शनि ग्रह को मिलेगा.
ज्योतिष आचार्यों के अनुसार, रियल एस्टेट, शिक्षा व्यवस्था, सिनेमा और रंगमंच जैसे क्षेत्रों की अर्थव्यवस्था सुधरेगी.
साथ ही ऑटोमोबाइल, रोबॉटिक्स. आर्टिफिशल इंटेलिजेंस. तकनीक, दूरसंचार और कंप्यूटर के क्षेत्र के लिए नया साल शुभ होगा.
इस वर्ष तूफान, प्राकृतिक आपदा और बीमारियों जैसी चीजों में नुकसान की आशंका बन रही है.
नव वर्ष के दिन नीम के पत्तों, जीरा, काली मिर्च, हींग, नमक पीसकर खाने से वर्ष भर स्वास्थय लाभ मिलता है.
इस दिन नौ दिन के नवरात्री पूजन का उत्सव शुरू हो जाता है जिसका राम नवमी के दिन समापन होता है.
यहां दी गई सभी जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. Zeeupuk इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.