देवकीनंदन ठाकुर हिंदू पुराण कथावाचक, गायक और आध्यात्मिक गुरु हैं.
देवकीनंदन ठाकुर का जन्म उत्तर प्रदेश के मथुरा के ओहवा गांव में 12 सितंबर 1978 को हुआ था.
वह एक ब्राह्मण परिवार में पैदा हुए. उनके पिता का नाम राजवीर शर्मा है.
देवकीनंदन कुल 6 भाई-बहन हैं. उनके घर में पहले से धार्मिक माहौल था. जिसका उनपर असर पड़ा.
छह साल की उम्र में ही उन्होंने अपना घर छोड़कर वृंदावन में रहने लगे.
निंबार्क संप्रदाय के अनुयायी के रूप में गुरु-शिष्य परंपरा के तहत अपनी आध्यात्मिक शिक्षा दीक्षा ली.
कहा जाता है कि 13 वर्ष की उम्र में ही उनको श्रीमद्भागवत महापुराण को कंठस्थ कर लिया था.
देवकीनंदन ठाकुर का वृंदावन में एक विशाल आश्रम है, जहां वह रहते हैं.
2015 में इन्हें यूपी रतन पुरस्कार से सम्मानित भी किया जा चुका है.
भारत के अलावा अन्य देशों में उनके अनुयायी हैं. वह अमेरिका, सिंगापुर, मलेशिया, जैसे देशों में जाकर कथा वाचन कर चुके हैं.