अगर आप मीठे के शौकीन हैं तो आपने उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर के खुर्जा की खुरचन मीठाई का नाम तो जरूर सुना होगा.
खुर्जा का खुरचन पश्चिमी उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे उत्तर भारत में प्रसिद है.
बताया जाता है कि खुरचन बनाने का विधि और इसका जायका 100 साल से भी ज्यादा पुराना है.
खुरचन शुद्ध दूध और बूरा से बनती है. दूथ की मलाई को सुखाया जाता है और इसकी परतों में बुरा होता है.
खुरचन बनाने की विधि बहुत आसान है. दूध को तब तक धीमा आग पर गर्म किया जाता है जबतक उस पर मोटी मलाई नहीं आ जाती.
कढ़ाई में बनी मलाई को तबतक गर्म किया जाता है जबतक कि वह सुनहर रंग में आकर खोया का रूप ना ले ले.
इसके बाद इस खोया में चीना या बुरा के साथ इलायची पाउडर या कुछ मेवे डालकर इसे अच्छे से मिलाया जाता है.
इस मिश्रण को ठंडा होने दिया जाता है फिर इसके छोटे-छोटे हिस्सों को गोल आकार देकर मिठाई का रूप दिया जाता है.
बीते दिनों राम मंदिर के उद्घाटन पर रामलला को भोग लगाने के लिए भी खुर्जा के खुरचन के बहुत आर्डर आए थे.
लेख में दी गई तस्वीरें काल्पनिक हैं. ZEE UP/UK इनके हूबहू और समान होने का दावा नहीं करता.