यह वंदे भारत एक्सप्रेस आगरा से वाराणसी के बीच चलेगी. यानी एक और वंदे भारत आगरा मंडल को मिली है. इससे पहले उदयपुर-आगरा वंदे भारत की शुरुआत हुई थी.
इस ट्रेन के चलने से समय की काफी बचत होगी. अभी 573 किमी की दूरी तय करने में दस घंटे से अधिक का समय लगता है. शुरू होने के बाद सात घंटे लगेंगे.
आगरा कैंट रेलवे स्टेशन से ट्रेन सुबह छह चलेगी और दोपहर एक बजे वाराणसी पहुंचेगी. आगरा रेल मंडल की यह चौथी वंदे भारत है. उत्तर मध्य रेलवे की यह पहली ट्रेन है.
पहली वंदे भारत, अप्रैल 2023 में रानी कमलापति भोपाल से हजरत निजामुद्दीन दूसरी वंदे भारत, मार्च 2024 में हजरत निजामु्द्दीन से खजुराहो तीसरी वंदे भारत, दो सितंबर 2024 में उदयपुर से आगरा कैंट चौथी वंदे भारत, जल्द ही वाराणसी से आगरा कैंट
ये ट्रेन 12 कोच की होगी और शुक्रवार को छोड़कर सप्ताह में छह दिन चलेगी. इसमें दस कोच चेयरकार श्रेणी और दो कोच एग्जीक्यूटिव श्रेणी के होंगे.
आगरा से वाराणसी के बीच शुरू होने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस प्रयागराज रूट से चलायी जाएगी.
यह ट्रेन आगरा कैंट से सुबह 6 बजे खुलेगी जो दोपहर 1 बजे वाराणसी जंक्शन पहुंचेगी. वहीं वापसी में, यह ट्रेन दोपहर 3.20 बजे वाराणसी जंक्शन से खुलेगी जो रात 10.20 बजे आगरा कैंट स्टेशन पर पहुंचेगी.
ये ट्रेन प्रयागराज जंक्शन, कानपुर सेंट्रल, इटावा, टूंडला स्टेशन में रुकेगी. ट्रेन की अधिकतम स्पीड 160 किमी और औसत गति 81.86 किमी होगी.
अगले साल महाकुंभ से पहले प्रयागराज के रूट से शुरू हो रही यह वंदे भारत एक्सप्रेस काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है.
स्पष्ट कर दें कि यहां पर कुछ फोटो AI द्वारा निर्मित महज काल्पनिक हैं, जिनको बॉट ने कमांड के आधार पर तैयार किया है.