हमारे यहां गंगा को सबसे पवित्र नदी माना जाता है. इसका धार्मिक महत्त्व बहुत अधिक है.
घर में हर शुभ कार्य में गंगाजल की जरुरत पड़ती है.
लोग घरों में गंगाजल भरकर रखते हैं लेकिन यह सालों तक भी खराब नहीं होता.
गंगाजल सालों बाद भी खोलेंगे तो पानी वैसा ही मिलेगा जैसा भरते समय था. एकदम स्वच्छ और पवित्र.
गंगा के जल में भारी मात्रा में गंधक, सल्फर और खनिज पाई जाती हैं. गंधक पानी को ख़राब नहीं होने देता.
गंगाजल में हिमालय की अनेक तरह की औषधीय जड़ी-बूटियां भी पाई जाती हैं. जो पानी को सड़ने से बचाता है.
गंगा को शिवजी ने अपने सिर में धारण किया हुआ है और हमेशा पवित्र रहने का वरदान दिया है.
गंगा जल हर पाप को नष्ट करके मोक्ष देती है तभी इनका जल कभी भी मलिन नहीं होता.
गंगा जल सभी नदियों में सबसे सर्वश्रेष्ठ है. यह हमेशा स्वच्छ और पवित्र रहती है.
यहां दी गई सभी जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. Zeeupuk इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.