गौर गोपाल दास जी के अनमोल वचन, जो निराशा और असफलता से बाहर आने में मदद करेंगे.
"अपने जीवन को मोमबत्ती की तरह बनाओ जो जलती जाती है, लेकिन जाते-जाते लोगों के जीवन में उजाला कर जाती है."
"किसी पर फैसला सुनाने से पहले दो बार सोचें. संवेदनशीलता हमेशा पछतावे से बेहतर होती है."
"अपने विश्वास को मजबूत करो और आपकी सारी शंकाएं दूर हो जाएंगी."
"हमेशा दयालु, प्यार और सम्मान जनक रहें. इसमें कुछ भी खर्च नहीं होता है."
"यदि आप अपने जीवन में निराशा नहीं चाहते हैं, तो अपनी क्षमता का पता लगाएं और इसके द्वारा जिएं."
"आगे बढ़ना और बदलाव को स्वीकार करना ज्ञान और परिपक्वता का प्रतीक है."
"जब हम एक ही चुटकुले पर बार-बार नहीं हंस सकते हैं, तो फिर एक ही समस्या पर बार-बार क्यों रोते हैं."
"एक उद्देश्य के लिए काम करें, तालियों के लिए नहीं. अपने जीवन को व्यक्त करने के लिए जिएं, किसी को प्रभावित करने के लिए नहीं."