लखनऊ का सिटी मोंटेसरी स्कूल दुनिया के सबसे बड़े स्कूल के रूप में गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हैं. इस स्कूल में 60 हजार से ज्यादा छात्र पढ़ते हैं.
डॉ. जगदीश गांधी और डॉ. भारती गांधी ने सिटी मोंटेसरी स्कूल की स्थापना 1959 में उत्तर प्रदेश के लखनऊ में की थी.
डॉ. जगदीश और उनकी पत्नी ने किराये की जगह पर इस स्कूल की शुरुआत मात्र 300 रुपये से की थी और उस वक्त केवल 5 बच्चे दाखिला लिये थे.
स्कूल के संस्थापक डॉ. जगदीश गांधी का जन्म अलीगढ़ में अग्रवाल परिवार में हुआ था. उनके पिता फूलचंद अग्रवाल एक लेखपाल और उनकी मां बंसमती एक गृहणी थीं.
सिटी मोंटेसरी स्कूल के लखनऊ में 21 कैंपस हैं, जहां आर्किटेक्चर से लेकर पढ़ाई और एक्स्ट्रा कर्रिकुलम तक, हर एक क्षेत्र में स्कूल का जवाब नहीं.
सिटी मोंटेसरी स्कूल की ख्याति इतनी है कि यहां बॉलीवुड की कई बड़ी फिल्मों की भी शूटिंग हो चुकी है.
सीएमएस को शिक्षा के क्षेत्र में योगदान, पढ़ाने के नये-नये और प्रभावशाली तरीकों के लिए कई पुरस्कार और दुनियाभर से प्रशंसा मिल चुकी है.
सीएमएस के छात्र अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं, सम्मेलनों, और विनिमय कार्यक्रमों में भाग लेते हैं, जिससे उन्हें वैश्विक अनुभव प्राप्त होता है और अंतरराष्ट्रीय समझ का विकास होता है.
यह स्कूल "वसुधैव कुटुंबकम्" (पूरी दुनिया एक परिवार है) के विचारधारा को बढ़ावा देता है. यह शिक्षा शांति पहल के लिए सक्रिय रूप से शामिल रहता है
इस स्कूल की फीस के बारे में सही जानकारी तो स्कूल के ब्रॉशर से ही मिल सकता है लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक स्कूल की फीस 4 हजार रुपये से लेकर 10-12 हजार रुपये के बीच है.