यह मंदिर हिमाचल प्रदेश में कालीधार पहाड़ी के बीच बसा है. यहां माँ सती की जीभ गिरी थी.
नैनीताल में नैनी झील के किनारे पर नैना देवी मंदिर स्थित है. मान्यता है कि यहाँ माँ सती के नेत्र गिरे थे.
राजस्थान में स्थित करणी माता मंदिर असंख्य चूहों के कारण प्रसिद्ध है.
माता वैष्णो देवी ने देवी पार्वती, सरस्वती और लक्ष्मी के रूप में अवतार लिया था.
माता ने महारानी रासमणि के सपने में आकर इस मंदिर का निर्माण करने को कहा था.
इस मंदिर के गर्भ गृह में माता की कोई मूर्ति नहीं बल्कि एक श्री यन्त्र है, यहां भक्तों का तांता लगा रहता है.
यह मंदिर असम के नीलांचल पर्वत पर है. कामाख्या शक्तिपीठ में माँ को माहवारी होती है. यहां उनकी योनि गिरी थी
इस मंदिर के बारे में मान्यता है कि यहां मूर्ति किसी ने स्थापित नहीं की. यह स्वयं प्रकट हुई है.
यहां माता सती का दांत गिरा था. इस शक्तिपीठ की अत्यंत महिमा है.