चॉकलेट की खास बात थी कि इसे गाय और भैंस को खिलाई जाती थी. इस चॉकलेट से गाय और भैंस की भूख बढ़ाने के साथ ही खाने को पचाने में भी मदद करती है.
इस चॉकलेट से दुधारू पशुओं में दूध देने की क्षमता बढ़ती है. इसमें कई पोषक तत्व भी पाए जाते हैं. खास बात ये है कि इस चॉकलेट को केवल जुगाली करने वाले पशु ही खा सकते हैं.
अगर पशुओं का डाइजेशन सिस्टम सही होगा, तो उनकी दूध देने की क्षमता अपने आप बढ़ जाएगी.
भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान बरेली के विशेषज्ञों की मानें तो इस इसको खाने से पशु लंबे समय तक स्वस्थ बने रह सकते हैं.
चॉकलेट को बनाने के लिए इसमें चोकर, सरसों की खल, यूरिया, कैल्शियम, मैग्निशियम जिंक, कॉपर, नमक आदि का भरपूर इस्तेमाल होता है. इससे पशुओं के पोषक तत्वों की पूर्ति होती है.