व्यक्ति के शरीर पर मौजूद तिलों का अपना एक अलग मतलब होता है. समुद्रशास्त्र में कहा गया है कि यह हथेली में मौजूद रेखाओं की तरह भविष्य की जानकारी देते हैं.
दोनों ओर तिल और उनके रंग का समुद्रशास्त्र में बड़ा महत्व है. इनका मतलब अलग-अलग होता है. तिल अगर हृदय मध्य में है तो इसका भी अलग मतलब होता है.
छाती के बीच में तिल होना शुभ माना जाता है. ऐसा कहा जाता है कि ऐसे लोगों पर मां लक्ष्मी की कृपा हमेशा बनी रहती है. जिसकी वजह से उन्हें कभी धन-दौलत की कमी नहीं होती.
जिस व्यक्ति की छाती के मध्य भाग में तिल होता है. इसका मतलब वह व्यक्ति भाग्यशाली है. ऐसे व्यक्ति का जीवन सुखमय रहता है और जीवनसाथी से अच्छा तालमेल बना रहता है.
छाती के दाएं भाग पर तिल का होना व्यक्ति में काम भाव की अधिकता का सूचक है. ऐसे व्यक्ति में भोग विलास की भावना बहुत ज्यादा होती है. ऐसे लोग साहसी और निडर होते हैं.
छाती के बाएं ओर तिल होना प्रेम और विवाह में सफलता का प्रतीक माना जाता है. कहा जाता है कि जिन लोगों की बाएं छाती पर तिल होता है, वे प्यार करने वाले और समर्पित जीवनसाथी होते हैं.
छाती पर दो तिल होना शुभ माना जाता है. ऐसा कहा जाता है कि ऐसे लोग भाग्यशाली, बुद्धिमान, और सफल होते हैं. अगर किसी स्त्री के हृदय पर तिल हो, तो वह सौभाग्यवती होती है.
जिन लोगों के सीने पर लाल तिल होता है, ऐसे लोगों के विदेश जाने की संभावना ज्यादा होती है. छाती पर तिल होने वाली महिलाएं अपने काम को लेकर आत्मविश्वास से परिपूर्ण होती हैं.
यहां दी गई जानकारियां लोक मान्यताओं/सामुद्रिक शास्त्र पर आधारित हैं. इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है. Zeeupuk इसकी किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है.