हरदोई में ऐतिहासिक स्थल से लेकर मंदिर और प्राकृतिक सुंदरता के मनमोहक नजारे मौजूद हैं.
अगर आप भी हरदोई घूमने आते हैं तो इन जगहों को घूमना बिल्कुल भी न भूलें.
हरदोई के शाहाबाद कस्बे में नवाब दिलेर खान का मकबरा स्थित है. वह शाहजहां और औरंगजेब का राज्यपाल था.
हरदोई सांडी रोड पर सांडी बर्ड सेंचुरी है, जिसकी स्थापना 1990 में की गई थी. इसे दहरझील भी कहा जाता था.
नवंबर में यहां आपको प्रवासी पक्षी आना जाना शुरू हो जाता है. दिसंबर में यहां ढेर सारे पक्षियों का दीदार कर सकते हैं.
हरदोई से करीब 20 किलोमीटर दूर शिव जी का प्राचीन मंदिर संकट हरण है. कहा जाता है कि यहां स्थापित शिवलिंग का रंग दिन में तीन बार बदलता है.
यह हरदोई के प्राचीन मंदिरों में से एक है. 1949 में इसका निर्माणा हुआ था. यहां एक प्रसिद्ध पीपल का पेड़ और देवी-देवताओं की मूर्ति हैं.
माधौगंज कस्बे से करीब दो किलोमीटर दूर रुइया गढ़ी गांव में राजा नरपत सिंह का खूबसूरत स्मारक है.
तीन तरफ से पानी से घिरी है. यहां सुंदर गार्डन और छतरियां बनी हैं. एक जगह पर नरपत सिंह की प्रतिमा स्थापित है.
हरदोई को हिरण्यकश्यप की नगरी कहा जाता है. मान्यता है कि होलिका और प्रह्लाद जिस कुंड में बैठे थे वो हरदोई में आज भी है.