मुगल बादशाह अकबर की बेगमों में लोग सबसे ज्यादा जोधा को जानते हैं. लेकिन उनकी एक ऐसी भी बेगम थी, जिसको वह बेइंतहा मोहब्बत करते थे.
उस बेगम का नाम है सलीमा सुल्तान. सलीमा से उन्होंने पहली बेगम रुकैया के होते हुए भी निकाह कर लिया था.
सलीमा तैुमूरी राजवंश से आती थीं जो मुगलों से ताल्लुक रखता था, उनका जन्म 23 फरवरी 1539 को हुआ.
मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो वह अकबर की रिश्ते में चचेरी बहन थीं और अकबर से उम्र में भी बड़ी थीं.
रिपोर्ट्स के मुताबिक हुमायूं ने भांजी सलीमा की शादी अपने सिपाहसालार बैरम खां से कराई थी.
हुमायूं की मौत के बाद बैरम खां की भी मौत हो गई. इसके बाद सलीमा मुगलों के हरम में रहने लगी.
अकबर सलीमा के स्वभाव पर दिल हार बैठे थे. उनकी हालत देखकर अकबर ने निकाह कर लिया.
कहा यह भी जाता है कि सलीमा ने अकबर की कई महत्वपूर्ण फैसले लेने में मदद की थी.
रिपोर्ट्स के मुताबिक अकबर की पहली पत्नी रुकैया को संतान नहीं हुई. इसके बाद वह सलीमा के संपर्क में आए. कम उम्र में विधवा बनने की वजह से अकबर ने उनसे निकाह कर लिया.
पौराणिक पात्रों की यह कहानी धार्मिक मान्यताओं और ग्रंथों में किए गए उल्लेख पर आधारित है. इसके काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.