नैनी सेंट्रल जेल या फिर नैनी जेल कह लीजिए प्रयागराज स्थित केंद्रीय कारागार है.
इस कारागार को ब्रिटिश भारत में बनाया गया था.
इस जेल का देश के स्वतंत्रता आंदोलन से गहरा नाता रहा है.
इस जेल में मोतीलाल नेहरू,जवाहर लाल नेहरू, गोविंद वल्लभ पंत, नरेंद्र देव, रफी अहमद किदवई, हसरत मोहानी को कैद रखा गया था.
यह वही जेल है जिसमें रहकर पंडित नेहरू अपनी बेटी इंदिरा को पत्र लिखा करते थे. बाद में इन पत्रों का प्रकाशन एक मशहूर किताब Glimpses of World History के रूप में हुआ था.
1 मार्च 1941 को गांधी जी भी यहां पहुंचे थे. उस समय वे मौलाना आजाद और विजयलक्ष्मी पंडित से मिलने पहुंचे थे.
इस जेल में इंदिरा गांधी और उनके पति फिरोज गांधी भी कैद रहे थे.
ऐसा नहीं है इस जेल का ताल्लुक बस राजनेताओं से रहा है. इस जेल मे बाहुबलियों से लेकर आतंकियों तक को रखा गया है.
कई बार तो जेल में कैदी आपस में ही लड़ पड़ते हैं. बीते समय में सरकार द्वारा कैदियों के लिए स्वास्थ्य सुविधाएं देने के लिए प्रयास भी किए गए हैं.