प्रेमानंद महाराज संत समाज में बहुत लोकप्रिय हैं. लाखों लोग उनके विचार और प्रवर्चन सुनते हैं. उन्हें गुरु तुल्य मानते हैं.
संत प्रेमानंद महाराज शांत भाव से कथा सुनाते हैं और चेहरे पर तेज होता है. लेकिन महाराज जी को एक गंभीर बीमारी है.
रिपोर्ट्स की माने तो महाराज जी पॉलीसिस्टिक किडनी डिजीज (Autosomal Dominant Polycystic) नामक गंभीर बीमारी से ग्रसित हैं.
किडनी की इस बीमारी में होता ये है कि मरीज की किडनियों में गांठ की समस्या हो जाती है.
इस बीमारी में मरीज के किडनी के डैमेज होने का खतरा बना रहता है.
बताया जाता है कि इस बीमारी की वजह से प्रेमानंद जी महाराज डायलिसिस पर रहते हैं.
महाराज एक संयमित जीवन को जी रहे हैं और राधे कृष्ण की भक्ति में लगे रहते हैं.
महाराज जी सुबह के दो बजे परिक्रमा के लिए निकलते हैं और सुबह साढ़े चार बजे से भगवान के भजन और सत्संग में लग जाते हैं.