प्रेमानंद महाराज ने अपने एक प्रवचन में धनी और खुशहाल बनने का उपाय बताया है.
प्रेमानंद महाराज ने कहा, "जो नाम आप जप रहे हैं जपते रहिए. बुजुर्गों की सेवा करिए. ये बहुत बड़े लाभ की बात है."
आज हमारे समाज की बुद्धि भ्रष्ट होती जा रही है. माता-पिता और बुजुर्गों की तन-मन-धन से सेवा करिए. फिर इसका परिणाम देखिए क्या होगा.
लोग धनी बनने के बारे में सोचते तो हैं, लेकिन उसका सही मार्ग नहीं जानते हैं.
धनी बनने का सही मार्ग बताते हुए उन्होंने कहा कि अगर आपके पास 100 रुपये हैं, तो अपने परिवार के बाद 2 रुपये भी किसी गरीब की सेवा में जरूर लगाइये.
साधु सेवा, गौ सेवा, भगवत सेवा, किसी पशु-पक्षी की सेवा में दिए हुए 2 रुपये आपके लिए 2 लाख रुपये की व्यवस्था कर देंगे.
अगर दो लाख लगा दिए तो मालिक 20 लाख की व्यवस्था कर देगा.
अगर बहुत जल्दी धनी बनना हो तो उपाय यही है कि जो जीवों की आवश्यकता हो, जो बीमार हो उसकी सेवा में लगा दीजिए.
लोग शॉर्टकट अपना कर धनी बनना चाहते हैं, लेकिन ऐसा नहीं है. इससे आपका सर्वनाश हो जाएगा.
"धर्म से चलोगो तो हो सकता है कुछ कष्ट झेलने पड़ें, लेकिन बाद में आपके जीवन में खुशहाली आ जाएगी."