ग्रेटर अलीगढ़ की 300 हेक्टेयर की आवासीय परियोजना के लिए एडीए लगभग 700 करोड़ का मुआवजा बांटेगा. 10 हजार से प्लॉट योजना में होंगे. अलीगढ़ विकास प्राधिकरण शहर से 10 किमी दूरी पर ग्रेटर अलीगढ़ आवासीय योजना बना रहा है.
अलीगढ़ में 2007 के बाद पहली बार आवासीय योजना आएगी. शांति निकेतन, स्वर्ण जयंती विस्तार योजना के बाद ये नई परियोजना है.
ग्रेटर अलीगढ़ की आवासीय परियोजना तीन चऱणों में लांच होगी. पहले चरण के लिए 120 हेक्टेयर भूमि के लिए 80 किसानों की सहमति मिल चुकी है.
जिन गांवों की भूमि अधिग्रहीत की जाएगी, उन किसानों को आबादी के हिसाब से प्लॉट भी दिया जाएगा.
लखनऊ, कानपुर और मथुरा विकास प्राधिकरण की तरह अलीगढ़ विकास प्राधिकरण ने लैंड पूलिंग में जमीन अधिग्रहीत की है.
ग्रेटर अलीगढ़ 30 सेक्टरों में बांटा जाएगा. हर सेक्टर में अलग-अलग वर्ग के फ्लैट और प्लॉट आबादी के हिसाब से रखे जाएंगे.
अलीगढ़ में ट्रांसपोर्ट नगर योजना पर काम पहले ही तेज. 10 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहण हो चुका है इसके लिए.
दिल्ली एनसीआर के लिए अलीगढ़ इसी राष्ट्रीय राजमार्ग से जुड़ता है. जेवर एयरपोर्ट के लिए भी कनेक्टिविटी यहां से होगी.
खैर रोड पर ही राजा महेंद्र प्रताप सिंह यूनिवर्सिटी के अलावा डिफेंस कॉरिडोर प्रोजेक्ट भी डेवलप हो रहा है.
एडीए खैर रोड गांव मूसेपर में जिरौली, जिरौली डोर, अटलपुर, अहमदाबाद, जतनपुर, रुस्तमपुर अखन और ल्हौसरा बिसावन गांव की जमीन अधिग्रहीत की जाएंगी.
अलीगढ़-पलवल नेशनल हाईवे पर करीब 300 हेक्टेयर में आवासीय योजना भी यहां विकसित किए जाएगी.
अलीगढ़ में खैर रोड पर बसने वाला ग्रेटर अलीगढ़ एनसीआर की तर्ज पर तैयार होगा. लखनऊ की कंसल्टेंसी फर्म ने इंटीग्रेटेड हाउसिंग टाउनशिप परियोजना के डिजाइन तैयार किए हैं.