आरआरटीएस एक तरह की परिवहन योजना है. इसका पूरा नाम रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम है.
दिल्ली-गुरुग्राम-रेवाड़ी-अलवर, दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ, दिल्ली-सोनीपत-पानीपत, दिल्ली-फरीदाबाद-बल्लभगढ़-पलवल
दिल्ली-बहादुरगढ़-रोहतक, दिल्ली-शाहदरा-बड़ौत, गाजियाबाद-खुर्जा, गाजियाबाद-हापुड़.
हालांकि, भारत सरकार द्वारा प्राथमिकता तीन कॉरिडोर की दी गई है.
पहले कॉरिडोर में 82.15 किलोमीटर लंबा दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ है. इसे केंद्र सरकार द्वारा मार्च, 2019 में पहले ही मंजूरी मिल गई थी.
इन कॉरिडोर से यूपी के आठ जिलों को फायदा मिलेगा. इनमें मेरठ, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, बुलन्दशहर, बागपत, हापुड, शामली और मुजफ्फरनगर शामिल हैं.
दिल्ली से मेरठ वाले पहले कॉरिडोर को सरकार द्वारा 2025 तक संचालित करने का लक्ष्य है.
हालांकि इस रूट के आठ एलिवेटेड स्टेशनों पर नमो भारत ट्रेनों का संचालन चालू हो चुका है.
साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई, दुहाई डिपो, मुरादनगर, मोदीनगर साउथ और मोदी नगर नॉर्थ स्टेशन
नए रैपिड ट्रांजिट सिस्टम में उत्तर प्रदेश के हापुड़ और खुर्जा को भी शामिल किया गया है.