ठंड का मौसम शुरू होते ही सर्दी-जुकाम की समस्या भी बढ़ जाती है. सर्दी-जुकाम में घरेलू इलाज ही काम आते हैं. घरेलू इलाज का नाम लेते ही सबसे पहले शहद का नाम आता है. औषधीय गुणों से भरपूर शहद सेहत के लिए लाभकारी होता है. उत्तर प्रदेश शहद उत्पादन में नंबर वन है. यहां के शहद की डिमांड विदेश में भी है.
शहद उत्पादन में देशभर में यूपी का सहारनपुर पहले स्थान पर है.
सहारनपुर में हर साल 4,720 मीट्रिक टन से ज्यादा शहद उत्पादन होता है.
सहारनपुर के 5,500 से ज्यादा लोग मधुमक्खी पालन से जुड़े हुए हैं.
सहारनपुर के ज्योति ग्राम उद्योग संस्थान में 17 तरह के शहद का उत्पादन होता है.
सहारनपुर में तैयार शहद की डिमांड विदेश में भी रहती है.
ऑस्ट्रेलिया, नेपाल के अलावा अमेरिका और मिडिल ईस्ट में भी शहद की सप्लाई की जाती है.
ज्योति ग्राम उद्योग के संचालक ने बताया कि उन्होंने 1990 से मधुमक्खी पालन शुरू किया था.
इसके बाद शहद की पैकिंग और उसको विदेश तक निर्यात भी कर रहे है.
2023 में ऑस्ट्रेलिया से 44 हजार किलो शहद और 10 हजार किलो मोम भेजा था.
सहारनपुर के अलावा यूपी के लखीमपुर खीरी, बहराइच, सिद्धार्थ नगर और बस्ती में भी शहद का उत्पादन होता है.
सहारनपुर के शहद का स्वाद प्रधानमंत्री मोदी भी कर चुके हैं. इतना ही नहीं उन्होंने तारीफ भी की थी.
मल्टीफ्लोरल हनी, लीची हनी, तुलसी हनी, रोजवुड हनी, सीडर हनी, अजवाइन हनी, सौंफ हनी तैयार की जाती है.
सहारनपुर के शहद की कीमत की बात करें तो 500 रुपये से लेकर 35 हजार रुपये तक है.