एनसीआरटीसी ने दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर पर साहिबाबाद-न्यू अशोक नगर खंड पर तेजी से कार्य शुरू कर दिया है, जिसका ट्रायल रन नवंबर 2024 में शुरू होने की योजना है.
न्यू अशोक नगर स्टेशन को इको-फ्रेंडली बनाने के लिए 900 सोलर पैनल लगाए जाएंगे, जो सालाना 6 लाख यूनिट से ज्यादा बिजली का उत्पादन करेंगे.
एनसीआरटीसी ने दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर पर 11 मेगावाट सौर ऊर्जा उत्पन्न करने की योजना बनाई है, जिससे हर साल 11,500 टन CO2 उत्सर्जन में कमी आएगी.
साहिबाबाद, गुलधर, दुहाई, गाजियाबाद, मुरादनगर और अन्य स्टेशनों पर पहले ही सोलर पैनल स्थापित किए जा चुके हैं, जो कुल 3 मेगावाट बिजली उत्पन्न कर रहे हैं.
पूरे कॉरिडोर में वर्षा जल संचयन के लिए 900 से अधिक रेन वाटर हार्वेस्टिंग पिट्स बनाए जा रहे हैं, जिसमें से 80% पिट्स का निर्माण पूरा हो चुका है.
स्टेशन पर हरियाली के लिए विभिन्न प्रकार के पौधे लगाए जाएंगे. एनसीआरटीसी ने अब तक कॉरिडोर पर ढाई लाख से अधिक पौधे लगाए हैं.
न्यू अशोक नगर आरआरटीएस स्टेशन के लिए आईजीबीसी प्रमाणन की उच्चतम रेटिंग प्राप्त करने के प्रयास किए जा रहे हैं, जिसमें सौर पैनल और आकर्षक डिजाइन शामिल हैं.
न्यू अशोक नगर आरआरटीएस स्टेशन और मेट्रो स्टेशन के बीच 90 मीटर लंबा और 6 मीटर चौड़ा फुट ओवर ब्रिज (एफओबी) बनाया जा रहा है, जिससे यात्री स्टेशन से बाहर निकले बगैर ही रेपिड रेल भी पकड़ सकेंगे.
दिल्ली सेक्शन को साहिबाबाद से जोड़ने के लिए वायाडक्ट, टनल, ट्रैक बिछाने, ओएचई और सिग्नलिंग का कार्य तेजी से प्रगति पर है. नवंबर तक न्यू अशोक नगर स्टेशन पर ट्रायल रन शुरू होने की उम्मीद है.