बंदेलखंड के चरखारी शहर को सात सरोबर की धरती कहा जाता है.
इस शहर को मिनी कश्मीर के नाम से भी जाना जाता है. बताया जाता है इन तालाबों का निर्माण चंदेल शासकों ने कराया था.
इन तालाबों की खासियत ये है कि ये सभी एक दूसरे से आपस में जुड़े हुए है.
इन तालाबों में पहले तालाब का नाम गोला तालाब है. बरसात के मौसम में सबसे पहले यही तालब भरता है.
गोला तालाब पूरा जाने के बाद दूसरे नंबर के तालाब यानी कोठी तालाब में इसका पानी जाने लगता है,
जब कोठी तालाब भर जाता है, उसके बाद पानी तीसरे तालाब पंचीया तालाब में पानी भरता है
पंचीया तालाब के बाद पानी जयसागर में जाता है और जय सागर के बाद मलखान सागर में पानी जाने लगता है.
मलखान सागर के भर जाने के बाद पानी रपट तलैया में आना शुरू होता है.
फिर आखिर में रपट तलैया से पानी रतन सागर में पानी आता है. इसी क्रम से ये सातों तलाब एक दूसरे के सहयोग से भरते है.
वैज्ञानिकों का मानना है कि ये सभी तालाब आपस में किसी सुरंग के माध्यम से जुड़े हुए है.