मां चंद्रघंटा के भक्त चाहे कहीं भी रहें लोग उन्हें देखकर शांति और सुख की अनुभूति करते हैं. उन्हें जीवन में किसी भी तरह का कष्ट नहीं होता है.
मां चंद्रघंटा की अगर सच्चे मन से पूजा करें तो आप निरोगी, स्वस्थ, धनवान व सुखी हो जाएंगे.
देवी मां के इस मां चंद्रघंटा रूप को शांतिदायक और कल्याणकारी माना जाता है.
मां चंद्रघंटा के मस्तक में घंटे के आकार का एक अर्धचंद्र बना होता है जिसके कारण उन्हें चंद्रघंटा देवी कहते हैं. उनका रंग सोने के समान चमकता है.
मां चंद्रघंटा मां की तरह ही शीतल और सुंदर है. उनकी 10 भुजाएं हैं और वो सिंह की सवारी करती हैं.
मां चंद्रघंटा को पीले फूल और मिठाई चढ़ाया जाए और गरीबो में पीले रंग की वास्तु दान किए जाए तो घर में सुख शांति का प्रवेश होता है.
मां चंद्रघंटा की पूजा पीले रंग का वस्त्र धारण कर करें.
मां चंद्रघंटा की पूजा वाले दिन व्रत में दिन के समय केवल दो बार फल या कोई अन्य खाद्या पदार्थ का सेवन करें.
मां चंद्रघंटा को समर्पित इस मंत्र का उच्चारण करें- “या देवी सर्वभूतेषु माँ चंद्रघंटा रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।” घर में सुख वास होगा