भगवान श्रीकृष्ण से जुड़ी अधिकांश कहानियां हम सब जानते हैं, लेकिन कई ऐसे रहस्य हैं, जिन्हें बहुत कम ही लोग जानते हैं. इनमें से एक हैं श्रीकृष्ण के बेटे सांब को लेकर. कहा जाता है कि श्रीकृष्ण के बेटे सांब की वजह से ही यदुवंश का नाश हो गया. तो आइये जानते हैं इसके पीछे की वजह.
श्रीकृष्ण और उनकी दूसरी पत्नी जांबवंती से एक बेटा हुआ, जिसका नाम सांब रखा गया. सांब श्रीकृष्ण और जांबवंती के सबसे बड़े बेटे थे.
सांब की शादी दुर्योधन की बेटी लक्ष्मणा से हुई थी. कहा जाता है कि जब महाभारत का युद्ध समाप्त हो गया तो श्रीकृष्ण को इसका दोषी माना गया.
इतना ही नहीं श्रीकृष्ण को दोषी मानते हुए गांधारी ने उन्हें यदुवंश के नाश श्राप दे दिया. इसे श्रीकृष्ण ने बहुत ही सहजता से स्वीकार कर लिया.
इस दौरान श्रीकृष्ण ने कहा कि समय आने पर वह और बलराम खुद यदुवंश का नाश कर देंगे. किसी को नहीं पता था कि यदुवंश के नाश का कारण श्रीकृष्ण का बेटा सांब होगा.
कहा जाता है कि महाभारत युद्ध के कई साल बाद एक बार महर्षि दुर्वासा कई ऋषियों के साथ श्रीकृष्ण के यहां पहुंचे थे.
महर्षि दुर्वासा को देखकर श्रीकृष्ण के बेटे सांब और उनके दोस्तों ने उनका मजाक उड़ा लिया. हुआ यूं कि श्रीकृष्ण को उनके दोस्तों ने एक स्त्री की तरह सजा दिया.
इसके बाद मुंह ढंक कर उनके दोस्तों ने सांब को महर्षि दुर्वासा के पास ले गए. उन्हें प्रणाम कर उनसे कहा कि "हे महर्षि! हमारी ये सखी गर्भवती है. आपलोग तो सर्वज्ञानी हैं क्या बता सकते हैं इसे पुत्र होगा या पुत्री?.
इसके बाद महर्षि दुर्वासा बहुत क्रोधित हो गए. इस पर दुर्वासा ऋषि ने श्राप दे कि रे मुर्ख! तू हमसे ठिठोली करता है? जा तेरी इस सखी के गर्भ से एक मूसल का प्रसव होगा.
कहा जाता है कि दुर्वासा ऋषि के श्राप देने के बाद यदुवंश का नाश हो गया.
पौराणिक पात्रों की यह कहानी धार्मिक मान्यताओं और ग्रंथों में किए गए उल्लेख पर आधारित है. इसके काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.