सोया के पत्तों में बायोएक्टिव घटक यूजेनॉल की उपस्थिति शक्तिशाली एंटी डायबिटिक गुणों को दर्शाती है.
सोया की टहनी में एंटी ब्लोटिंग (Anti bloating) गुण होते हैं. ये फूड पाइप में गैस के निर्माण को कम करता है.
इस तरह सूजन, पेट फूलना और पेट दर्द की समस्या को कम करता है. इसमें फाइबर की प्रचुरता शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालकर पाचन गति को ठीक करता है.
सोया साग में कैल्शियम काफी मात्रा में पाया जाता है. यह हड्डियों और मांसपेशियों को मजबूती देता है.
इस पत्ते में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन सी की खदान का उपयोग कीटाणुओं से लड़ने और शरीर को संक्रमणों से बचाने के लिए किया जाता रहा है.
एंटी-माइक्रोबियल गुणों के कारण सोया के पत्तों का उपयोग बैक्टीरिया या कीटाणुओं को हटाने के लिए किया जाता है.
सोया साग की सब्जी से नींद की परेशानी दूर होती है.
सूप या सूखी सब्जियों में इसे गार्निशिंग के रूप में इस्तेमाल करें. इसे ठंडे खीरे के सलाद के ऊपर छिड़कें. आलू के साथ इसकी सब्जी भी बनाई जा सकती है. मछली या अंडे के व्यंजनों में स्वाद जोड़ने के लिए इसका इस्तेमाल करें.
सोया के पत्तों के असंख्य स्वास्थ्य लाभ हैं. लेकिन इसका अधिक मात्रा में सेवन करने से दस्त, उल्टी, मुंह में खुजली, पित्त, जीभ और गले में सूजन जैसी कुछ एलर्जी हो सकती है.