साल का पहला सूर्य ग्रहण (Surya Grahan 2024) बहुत महत्वपूर्ण होगा, क्योंकि ये एक पूर्ण सूर्य ग्रहण (Total Solar Eclipse 2024) है. ये काफी लंबा माना जा रहा है.
हिंदू पंचांग के अनुसार साल का पहला और सबसे बड़ा सूर्य ग्रहण 8 अप्रैल की रात 9 बजकर 12 मिनट पर लगेगा ये ग्रहण 9 अप्रैल सुबह 2 बजकर 22 मिनट तक रहेगा.
सूर्य ग्रहण के दौरान, सूरज की रोशनी गायब हो जाती है और लगभग तुरंत ही परिदृश्य के एक छोटे से हिस्से पर फिर से दिखाई देती है.
हिंदू धर्म में ग्रहण से जुड़ी कई पौराणिक मान्यताएं हैं. इसके अनुसार समुद्र मंथन से निकले अमृत को पीने के लिए स्वरभानु नाम का राक्षस रूप बदलकर सूर्य और चंद्रमा के बीच बैठ गया. अभी अमृत उसके गले तक ही पहुंचा था कि तभी भगवान विष्णु ने उसे पहचान लिया.
विष्णु भगवान ने सुदर्शन चक्र से उस राक्षस का सिर धड़ से अलग कर दिया. इस धड़ को राहु और केतु कहा जाता है. जब भी राहु केतु सूर्य और चंद्र को अपना ग्रास बना लेते हैं, तब सूर्य और चंद्र ग्रहण लगते हैं
सूर्य ग्रहण के समय में आपको सूर्य के बीज मंत्र ओम घृणि सूर्याय नम: का जाप करना चाहिए. दुष्प्रभावों को दूर करने के लिए आप उस समय में अपने इष्ट देव के नाम का का भी जाप कर सकते हैं. हनुमान चालीसा का पाठ करें.
यह ग्रहण बहुत विशेष रहने वाला है. यह एक पूर्ण सूर्य ग्रहण होगा और ये काफी लंबा होगा. ग्रहण की अवधि लगभग 5 घंटे 25 मिनट की होगी. इसमें लगभग साढ़े सात मिनट का समय ऐसा रहेगा जब पूरी धरती पर अंधेरा छा जाएगा. ऐसा संयोग पूरे 54 साल बाद बना है.
सूर्य ग्रहण अमेरिका, मैक्सिको, कनाडा और उत्तरी अमेरिका के कई देशों में देखने को मिलेगा. कोस्टा डोमिनिका और फ्रेंच पोलिनेशिया में भी सूर्य ग्रहण दिखेगा.
साल 2024 का पहला सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा. ज्योतिष के मुताबिक सूतक भी नहीं लगेगा. आप इसे नासा (Nasa) के ऑफिशियल यू-टूयब चैनल पर देख सकते हैं.
सूर्य ग्रहण देखने के लिए नियाग्रा फॉल्स को सबसे अच्छे स्थानों में एक माना जाता है. .