स्कैन एंड शेयर मॉडल के आधार पर देश में तैयार की गई टॉप टेन सरकारी अस्पतालों की सूची आ गई है. जिसमें सिर्फ छत्तीसगढ़ के रायपुर स्थित एम्स को ही जगह मिल पाई है इसके अलावा नौ अस्पताल उत्तर प्रदेश के ही है.
यूएचएम या उर्सुला हॉर्समैन मेमोरियल हॉस्पिटल, इसकी स्थापना 26 फरवरी 1937 में कानपुर के मेस्टन रोड में हुई थी. इस अस्पताल का नाम अल्बर्ट फ्रांसिस हॉर्समैन की पत्नी, उर्सुला हॉर्समैन के नाम पर रखा गया था.
कानपुर के रामादेवी स्थित कांशीराम संयुक्त चिकित्सालय की स्थापना आज से 13 साल पहले हुई हैं. इसे भी टॉप टेन सरकारी अस्पताल की सूची में रखा है.
लोक बन्धु राज नारायण संयुक्त चिकित्सालय की स्थापना 30.12.2010 को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य परिवार विभाग, उ.प्र. सरकार के अन्तर्गत हुई। एलबीआरएन हॉस्पीटल भारतीय स्वतंत्रता सेनानी और राजनीतिज्ञ श्री राज नारायण कि याद में बनाया गया है.
आपको बता दें कि तेज बहादुर सप्रू हॉस्पीटल भी इस टॉप टेन सरकारी अस्पताल कि सूची में है. ये एफआरएफवी+पीएफ8, स्टेनली रोड, एर्नी मेमोरियल स्कूल के सामने, बेली गोवा, प्रयागराज है.
ये हॉस्पिटल स्वतंत्रता सेनानी बाबू ईश्वर शरण सिंह की याद में बना था. गोंडा, कैसरगंज से लेकर अयोध्या तक तमाम जिलों के मरीज यहां आते हैं
जिला पुरुष चिकित्सालय आजमगढ़ भी इस सूची में शामिल है.
राज्य के चिकित्सा और सार्वजनिक स्वास्थ्य विभागों को 1948 में एकीकृत कर दिया गया और उन्हें चिकित्सा और स्वास्थ्य सेवाओं के निदेशक के संयुक्त प्रभार के तहत रखा गया. इसे भी टॉप टेन सरकारी अस्पतालो में रखा गया है.
मोती लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज 5 मई 1961 को बना था. आज यह प्रयागराज मंडल के बड़े सरकारी अस्पतालों में शुमार है.
1869 में स्थापित बलरामपुर अस्पताल उत्तर प्रदेश का सबसे पुराना और सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल है.
यह 2012 में स्थापित छह एम्स हेल्थकेयर में से एक है. छत्तीसगढ़ का एम्स इसमें शामिल एकमात्र अस्पताल है.
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