सेक्स पर अपने स्वतंत्र विचारों को लेकर ओशो का विरोध उनके रहते भी हुआ और उनके बाद भी. हालांकि ओशो के यही विचार दुनियाभर में उनकी लोकप्रियता का आधार भी बने.
ओशो ने अपने विचार ने कहा है कि धर्मगुरुओं द्वारा निंदा करने की वजह से ही सेक्स और अधिक आकर्षक होता चला गया
ओशो कहते हैं कि के व्यक्ति जो 100% समझदार है, वो वास्तव में मर चुका है.
ओशो कहते हैं कि तुम भले ही दुनिया में रहो, मगर दुनिया तुम्हारे अंदर नही रहनी चाहिए
दर्द से बचने के लिए वे सुख से बचते हैं, मृत्यु से बचने के लिए वे जीवन से बचते हैं.
ओशो कहते हैं कि अगर तुम्हें कुछ हानिकारक करना हो तभी ताकत की जरूरत पड़ेगी. वरना तो प्रेम ही सभी चीजों के लिए पर्याप्त है.
प्रश्न ये नहीं है कि क्या मृत्यु के बाद भी जिंदगी रहेगी, प्रश्न तो ये है कि क्या आप मृत्यु से पहले जिंदगी जी सकेंगे.
सवाल ये नहीं है कि कितना सीखा जा सकता है, इसके उलटा, सवाल ये है कि कितना भुलाया जा सकता है.
आप जितने लोगों को चाहे, उतने लोगों को प्यार कर सकते हैं. इसका मतलब यह नहीं कि आप एक दिन दिवालिया हो जाएंगे.
बिना प्यार के काम करते हैं, तो आप गुलाम की तरह काम कर रहे हैं. जब आप प्यार से काम करते हैं, तो आप एक सम्राट की तरह काम करते हैं